उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तरकाशी जिले के सांकरी में आयोजित केदारकांठा पर्यटन तीर्थाटन शीतकालीन महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर शीतकालीन पर्यटन को जन आंदोलन बनाने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन पर्यटन आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव है।

सांकरी पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक ऊनी परिधान पहनाकर भव्य स्वागत किया। उन्होंने केदारकांठा की ओर जा रहे पर्यटक दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया और स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों से संवाद किया।

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मुख्यमंत्री ने सांकरी को उत्तराखंड की लोकसंस्कृति का जीवंत संग्रहालय करार देते हुए कहा, “यहां की पारंपरिक वास्तुकला, संस्कृति और सरल जीवनशैली राज्य की विशिष्ट पहचान है। यह महोत्सव आस्था, संस्कृति, परंपरा और स्वाभिमान का उत्सव है, जो ‘विकास भी-विरासत भी’ की सोच को साकार करता है।”

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शीतकालीन यात्रा के आह्वान का उल्लेख करते हुए कहा कि केदारकांठा, हर्षिल, औली, मुनस्यारी और सांकरी जैसे क्षेत्रों में पर्यटन को अभूतपूर्व उत्साह मिल रहा है। इससे स्थानीय युवा ट्रेकिंग गाइड, होमस्टे, होटल और अन्य पर्यटन व्यवसायों से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं, पलायन में कमी आई है और स्थानीय उत्पादों को नया बाजार मिल रहा है।

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मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और कनेक्टिविटी में तेजी से प्रगति की बात कही। उन्होंने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन को सरकार की संवेदनशीलता का प्रतीक बताया। साथ ही समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, सख्त भू-कानून और जीरो टॉलरेंस नीति से उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने का दावा किया।

क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि हरकीदून, केदारकांठा, भराड़सर, देवक्यारा, चांईशील और सरूताल जैसे पर्यटन स्थलों के केंद्र सांकरी में यह महोत्सव क्षेत्रीय पर्यटन को नई दिशा देगा।

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कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान, दायित्वधारी जगत सिंह चौहान, पूर्व विधायक मालचंद, भाजपा जिलाध्यक्ष नागेंद्र चौहान, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, सीडीओ जयभारत सिंह, एसडीएम मुकेशचंद रमोला, ब्लॉक प्रमुख रणदेब राणा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, पर्यटन व्यवसायी और पर्यटक मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने विधायक दुर्गेश्वर लाल द्वारा सौंपी गई मांगों का परीक्षण कर यथासंभव घोषणाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया, जिसमें टटाउ महाविद्यालय के सड़क मार्ग का भी उल्लेख शामिल है।

यह महोत्सव उत्तराखंड के शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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